सावित्री बाई फुले के विचार, Savitribai Phule Quotes In Hindi, Savitribai Phule ke anmol vachan, Savitribai Phule Thoughts in hindi

20 + Famous Savitribai Phule Quotes in Hindi सावित्री बाई फुले के विचार

हिन्दी ऑनलाइन जानकारी के मंच पर आज हम पढ़ेंगे सावित्री बाई फुले के विचार, Savitribai Phule Quotes In Hindi, Savitribai Phule ke anmol vachan, Savitribai Phule Thoughts in hindi.

Famous Savitribai Phule Quotes in Hindi, सावित्री बाई फुले के विचार –:

चौका बर्तन से बहुत जरूरी है पढ़ाई
क्या तुम्हें मेरी बात समझ में आई?

~ इस धरती पर ब्राह्मणों ने खुद को स्वघोषित देवता बना लिया है।

~ अगर पत्थर पूजने से बच्चे होते तो नर नारी शादी ही क्यों रचाते।

~ शिक्षा स्वर्ग का द्वार खोलती है, स्वयं को जानने का अवसर देती है।

~ कोई तुम्हें कमजोर समझे इससे पहले तुम्हे शिक्षा के स्तर को समझना होगा।

~ स्वाभिमान से जीने के लिए पढ़ाई करो, पाठशाला ही इंसानों का सच्चा गहना है।

~ उसका नाम अज्ञान है। उसे धर दबोचो, मज़बूत पकड़कर पीटो और उसे जीवन से भगा दो।

~ बेटी के विवाह से पहले उसे शिक्षित बनाओ ताकि वह आसानी से अच्छे बुरे में फर्क कर सके।

~ किसी समाज या देश की प्रगति तब तक संभव नहीं, जब तक कि वहां कि महिलाएं शिक्षित ना हों।

~ अज्ञानता को तुम पकड़ो, धर दबोचो, मजबूती से पकड़कर उसे पिटो और उसे अपने जीवन से भगा दो।

~ स्त्रियां केवल घर और खेत पर काम करने के लिए नहीं बनी है, वह पुरुषों से बेहतर कार्य कर सकती है।

~ पत्थर को सिंदूर लगाकर और तेल में डुबोकर जिसे देवता समझा जाता है, वह असल मे पत्थर ही होता है।

~ देश में स्त्री साक्षरता की भारी कमी है क्योंकि यहां की स्त्रियों को कभी बंधन मुक्त होने ही नहीं दिया गया।

~ छत्रपति शिवाजी को सुबह शाम याद करना चाहिए, शुद्र अतिशूद्र के हमदर्द उनका गुणगान प्यारी भावना से करें।

~ एक सशक्त शिक्षित स्त्री सभ्य समाज का निर्माण कर सकती है, इसलिए उनको भी शिक्षा का अधिकार होना चाहिए।

~ तुम बकरी गाय को सहलाते हो, नाग पंचमी पर नाग को दूध पिलाते हो, लेकिन दलितों को तुम इंसान नहीं अछूत मानते हो।

~ आखिर कब तक तुम अपने ऊपर हो रहे अत्याचार को सहन करोगी। देश बदल रहा है इस बदलाव में हमें भी बदलना होगा। शिक्षा का द्वार जो पितृसत्तात्मक विचार ने बंद किया है, उसे खोलना होगा।

~ जाओ जाकर पढ़ो लिखो, मेहनती बनो, आत्मनिर्भर काम करो, ज्ञान और धन एकत्रित करो, ज्ञान के बिना सब खो जाता है, ज्ञान के बिना हम जानवर बन जाते है इसलिए खाली मत बैठो, जाओ जाकर शिक्षा लो।

~ मेरी कविता को पढ़ सुनकर यदि थोड़ा भी ज्ञान हो जाए प्राप्त। मैं समझूंगी मेरी परिश्रम सार्थक हो गया। मुझे बताओ सत्य निडर होकर की कैसी है मेरी कविताएं ज्ञान परख यथार्थ मनभावन या अद्भुत तुम ही बताओ।

~ एक सशक्त और शिक्षित स्त्री सभ्य समाज का निर्माण कर सकती है। इसलिए तुम्हारा भी शिक्षा का अधिकार होना चहिए। कब तक तुम गुलामी की बेड़ियों में जकड़ी रहोगी। उठो और अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करो।

~ स्वावलंबन का हो उद्दम, प्रवृति ज्ञान-धन का संचय करो मेहनत करके। बिना विद्या जीवन व्यर्थ पशु जैसा, निठल्ले ना बैठे रहो करो विद्या ग्रहण। शूद्र अतिशूद्रों के दुख दूर करने के लिए मिला है कीमती अवसर अंग्रेजी शिक्षा प्राप्त करने का।

~ ब्राह्मणवाद केवल मानसिकता नहीं, एक पूरी व्यवस्था है। जिससे धर्म के पोषक तत्व देव-देवता, रीति-रिवाज, पूजा-अर्चना आदि गरीब दलित जनता को अपने में काबू में रखकर उनकी तरक्की के सारे रास्ते बंद करते हैं और उन्हें बदहाली भरे जीवन में धकेलते आए हैं।

~ गरीबों और जरूरतमंदों के लिए हितकारी और कल्याणकारी कार्य शुरू किए हैं। मैं अपने हिस्से की जिम्मेदारी भी निभाना चाहती हूं। मैं आपको यकीन दिलाती हूं कि मैं आपकी हमेशा सहायता करुँगी। मैं कामना करती हूं कि ईश्वरीय कार्य अधिक लोगों की सहायता करेंगे।

~ अंग्रेजी मैया, अंग्रेजी वाणी शूद्रों को उत्कर्ष करने वाली पूरे स्नेह से। अंग्रेजी मैया अब नहीं है मुगलाई और नहीं बची है अब पेशीबाई, मूर्खशाही। अंग्रेजी मैया देती सच्चा ज्ञान शूद्रों को, देती है जीवन वह तो प्रेम से। अंग्रेजी मैया शूद्रों को पिलाती है दूध। पालती पोसती है माँ की ममता से।

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