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100 + Famous Desh Bhakti Shayari In Hindi

हिन्दी ऑनलाइन जानकारी के मंच पर आज हम पढ़ेंगे Desh Bhakti Shayari in Hindi, प्रसिद्ध देशभक्ति शायरी.

देशभक्ति हमारे रक्त में बहने वाला एक अद्वितीय भाव है जो हमारे मन और आत्मा में स्पंदित करता है। यह भाव हमें अपने देश के प्रति समर्पण और सेवा के प्रति प्रेरित करता है। शायरी एक ऐसा माध्यम है जो हमें अपने भावों को व्यक्त करने और अन्य लोगों के साथ साझा करने का अद्वितीय तरीका प्रदान करता है। हम देशभक्ति शायरी का संग्रह करेंगे, जो हमारे राष्ट्रीय गर्व के एक व्यक्ति की भावनाओं को दर्शाने का प्रयास करता है।

देशभक्ति एक राष्ट्रीय भावना है जिसे हमेशा से व्यक्ति अपने देश के प्रति जागृत और समर्पित रहने के माध्यम से प्रकट करते आए हैं। यह एक ऐसी भावना है जो एक व्यक्ति को अपने देश के लिए समर्पित होने और उसकी सुख-दुख में भागीदारी करने के लिए प्रेरित करती है। देशभक्ति के साथ आत्मनिर्भरता, सेवा भाव, न्याय, समानता, स्वतंत्रता और समरसता जैसी मूल्यों का संगम होता है।

देशभक्ति, जो हमारे देश के प्रति प्रेम और समर्पण की एक ऊर्जा है, जो हर भारतीय के हृदय में बसी होती है। हमारा देश, भारत, एक ऐसा स्वर्गीय जलवायु है जिसकी सुंदरता, ऐतिहासिकता, और विविधता को विश्व में कोई बहुतायत नहीं है। भारतीय साहित्य और संस्कृति ने हमेशा ही देशभक्ति के उदाहरण प्रस्तुत किए हैं, जिन्हें शायरी के रूप में प्रकट किया गया है। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम देशभक्ति शायरी जानेंगे जो हमारे मनोहारी देश को समर्पित हैं। इन शायरियों में उच्चारण, गर्व, और सम्मान की एक अद्भुत वाणी है जो हमारी आत्मरक्षा और गर्व को प्रकट करती है।

Famous Desh Bhakti Shayari In Hindi प्रसिद्ध देशभक्ति शायरी

~ जो अब तक ना खौला वो खून नही पानी है,
जो देश के काम ना आये वो बेकार जवानी हैं।

~ नफरत की भावना को भी बड़े प्यार से सहते है,
ये देश नहीं मेरी जान है, जिसे हिन्दुस्तान कहते है।

~ मैं मुल्क की हिफाजत करूँगा ये मुल्क मेरी जान है
इसकी रक्षा के लिए मेरा दिल और जां कुर्बान है।

~ खून से खेलेंगे होली, अगर वतन मुश्किल में है
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है।

लिख रहा हूँ मैं अंजाम, जिसका कल आगाज आएगा,
मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा।

~ कर जज्बे को बुलंद जवान तेरे पीछे खड़ी आवाम
हर पत्ते को मार गिरायेंगे जो हमसे देश बटवायेंगे।

~ अपनी आजादी को हम हरगिज मिटा सकते नही !
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नही!!

~ देशभक्ति की महक अब मेरे कपड़ों से भी आने लगी हैं,
अब तो मेरी धड़कन भी जय हिंद गाने लगी है।

~ जो देश के लिए शहीद हुए उनको मेरा सलाम है
अपने खूं से जिस जमीं को सींचा उन बहादुरों को सलाम है।

~ दे सलामी इस तिरंगे को जिससे तेरी शान है,
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका जब तक दिल में जान है।

~ एक दिया उनके भी नाम का रख लो पूजा की थाली में,
जिनकी सांसे थम गई हैं भारत माँ की रखवाली में।

~ फना होने की इज़ाजत ली नहीं जाती,
ये वतन की मोहब्बत है जनाब पूछ के की नहीं जाती।

~ आओ, हम एक शेर कहें, जो बच्चों की जुबान से निकले,
देशभक्ति की आग जो जले, वतन के लिए जो जीवन गवाए।

~ वो जिंदगी ही क्या जिसमे मोहब्बत वतन की सिमटी न हो,
वो मौत ही क्या जो तिरंगे में लिपटी न हो।

~ तिरंगा है आन मेरी, तिरंगा ही है शान मेरी,
तिरंगा रहे सदा ऊँचा हमारा, तिरंगे से है धरती महान मेरी।

~ ना जियो धर्म के नाम पर, ना मरो धर्म के नाम पर,
इंसानियत ही है धर्म वतन का, बस जियो वतन के नाम पर।

Patriotic Shayari in Hindi देशभक्ति पर शायरी -:

~ और भी खूबसूरत और भी ऊंचा मेरे देश का नाम हो जाये,
काश कि हर हिंदू विवेकानंद और हर मुस्लिम कलाम हो जाये।

~ जब तक सांसे चले भारत मां तुझे प्रणाम करूं,
अगर हो जाऊं शहीद तो तिरंगे में लिपटकर तेरा गुणगान करूं।

~ नफरत बुरी है न पालो इसे, दिलो में खालिश है निकालो इसे,
न तेरा न मेरा न इसका न उसका,ये सबका वतन है संभालों इसे।

~ हमारा जीवन है समर्पित, राष्ट्र के लिए जो तड़पता है।
वीरों की आत्माएं जो जगाता है, उनकी ध्वजा को ऊँचा लहराता है।

~ जब भारत मां मुझे पुकारती है तो इस कदर दीवाना हो जाता हूं
कि मौत भी पास आए तो गले लगा लेता हूं।

~ इश्क तो करता है हर कोई, महबूब पर मरता है हर कोई,
कभी वतन को महबूब बना कर देखो, फिर तुझ पर मरेगा हर कोई।

~ तूफान कभी शांत नहीं होते आंधियों से जो डर जाए वो मुकाम नहीं होते
जो देश के झंडे को सलाम नहीं करते वो सच्चे इंसान नहीं होते।

~ दिलों की नफरत को निकालो, वतन के इन दुश्मनों को मारो,
ये देश है खतरे में ए-मेरे-हमवतन, भारत माँ के सम्मान को बचा लो!

~ कुछ पन्ने पढ़ कर इतिहास के, मेरे मुल्क के सीने में शमशीर हो गए,
जो लड़े जो मरे वो शहीद हो गए, जो डरे जो झुके वो वजीर हो गए।

~ हम वतन के सिपाही है, तन मन धन सब देश के नाम लिख जाएंगे
जान तो क्या रूह भी देश के नाम कर जाएंगे।

~ आओ झुक कर सलाम करे उनको, जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है,
खुशनसीब होता है वो खून, जो देश के काम आता है।

~ सुंदर है जग में सबसे, नाम भी न्यारा है जहां जाती-भाषा से बढ़कर,
देश-प्रेम की धारा है निशचल, पावन, प्रेम पुराना, वो भारत देश हमारा है।

~ बलिदानों का सपना जब सच हुआ, देश तभी आजाद हुआ,
आज सलाम करे उन वीरों को, जिनकी शहादत से ये भारत गणतंत्र हुआ।

~ आओ झुककर सलाम करे उनको, जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है,
खुशनसीब होते हैं वो लोग, जिनका लहू इस देश के काम आता है।

~ कुछ नशा तिरंगे की आन का है, कुछ नशा मातृभूमि की शान का है,
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा, नशा ये हिंदुस्तान के सम्मान का है।

~ कुछ नशा तिरंगे की आन का है, कुछ नशा मातृभूमि की शान का है,
हम लहराएंगे हर जगह ये तिरंगा, नशा ये हिंदुस्तान की शान का है।

Shayari on Desh Bhakti देशभक्ति की शायरी -:

~ आरजू बस यही है मेरी हर सांस देश के नाम हो
जो सिर उठे तो मेरे सामने तिरंगा हो जो सिर झुके तो वतन को प्रणाम हो।

~ वतन की मोहब्बत दिल में समाए, अपने देश के लिए हम जान भी गवाए।
लहू से रंगी हर गली, हर चौराहे, हमारी आवाज सदा वतन के ध्यान में रहे।

~ जो लहू बहा कर स्वतंत्रता लाए, जिन्होंने अपनी जान वतन पर न्योछावर की।
उन वीरों के नाम ये शेर हम गाएं, हर भारतीय दिल से ये नमन करें।

~ ना सरकार मेरी है, ना रौब मेरा है, ना बड़ा सा नाम मेरा है,
मुझे तो एक छोटी सी बात का गौरव है, मै हिन्दुस्तान का हूँ और हिन्दुस्तान मेरा है।

~ मुझे तन चाहिए न धन चाहिए, बस अमन से भरा ये वतन चाहिए,
जब तक जिंदा रहूँ इस मातृभूमि के लिए, और जब मरू तो तिरंगा कफ़न चाहिए।

~ गूंजे कहीं पर शंख, कही पे अजाँ हैं, बाइबिल है, ग्रंथ साहब है, गीता का ज्ञान हैं,
दुनिया में कहीं और यह मंजर नसीब नहीं, दिखाओ जमाने को यह हिन्दुस्तान हैं।

~ सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा, हम बुलबुले हैं उसकी वो गुलसिताँ हमारा,
परबत वो सबसे ऊँचा हमसाया आसमाँ का वो संतरी हमारा वो पासबाँ हमारा।

~ दिल हमारे एक हैं एक ही है हमारी जान, हिंदुस्तान हमारा है हम हैं इसकी शान,
जान लुटा देंगे वतन पे हो जायेंगे कुर्बान, इसलिए हम कहते हैं मेरा भारत महान।

~ वीरता है वो जो देश के लिए लड़े, अपनी जान की कसम खाकर भगवान से मांगे।
हर धार्मिक स्थल, हर मंदिर और मस्जिद में, उनकी वीरता का गान बजता रहे गीत।

~ दिल हमारे एक हैं एक ही है हमारी जान, हिन्दुस्तान हमारा है, हम हैं इसकी शान,
जान लुटा देंगे वतन पे हो जाएंगे कुर्बान, इसलिए हम कहते हैं मेरा भारत महान।

~ मैं अपने देश का हरदम सम्मान करता हूँ, यहाँ की मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे डर नहीं है अपनी मौत से, तिरंगा बने कफ़न मेरा, यही अरमान रखता हूँ।

~ उनके हौसले का भुगतान क्या करेगा कोई, उनकी शहादत का क़र्ज़ देश पर उधार है,
आप और हम इस लिए खुशहाल हैं क्योंकि, सीमा पे सैनिक शहादत को तैयार हैं।

~ वो चिराग हूँ मैं, जो हर तूफान जलता हूँ, महबूब-ए-वतन के खातिर सीना तान चलता हूँ
और मुझे क्या मारेगा ये मेरे दुश्मन, मै बसा के सीने में हिंदुस्तान चलता हूँ।

~ गूंज रहा है दुनिया में भारत का नगाड़ा, चमक रहा आसमान में देश का सितारा,
आजादी के दिन आओ मिलकर करें दुआ, कि बुलंदी पर लहराता रहे तिरंगा हमारा।

~ आजादी की कभी शाम नहीं होने देंगे, शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगे,
बची हो जो एक बूँद भी लहू की तब तक, भारत माता का आँचल नीलाम नहीं होने देंगे।

~ जब आँख खुले तो धरती हिन्दुस्तान की हो, जब आँख बंद हो तो यादेँ हिन्दुस्तान की हो,
हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन, मरते वक्त मिट्टी हिन्दुस्तान की हो।

~ इतना भी मत मरो सनम बेवफा के लिए, दो गज जमीन भी नहीं मिलेगी दफ़न के लिए,
मरना है तो मरो अपने वतन के लिए, हसीना भी दुपट्टा निकाल देगी कफ़न के लिए।

देशभक्ति पर सर्वश्रेष्ठ शायरी, Most Popular Desh Bhakti Shayari -:

~ चलो फिर से आज वो नज़ारा याद कर लें, शहीदों के दिल में थी वो ज्वाला याद कर लें,
जिसमें बहकर आजादी पहुंची थी किनारे, देशभक्तों के खून की वो धारा याद कर लें।

~ चिराग जलते है तो जलने दो आसमां रोशन होता है होने दो
बंद करो हिन्दू मुस्लिम को बाटने का धंधा अब हमे मिलजुलकर एक तिरंगे के नीचे रहने दो।

~ इस तिरंगे को कभी मत तुम झुकने देना, देश की बढ़ती शान को तुम कभी न रुकने देना,
यही अरमान है बस अब इस दिल में, कि ऐसे ही आगे तुम बढ़ते रहना।

~ कोई हस्ती कोई मस्ती कोई चाह पे मरता है, कोई नफरत कोई मोहब्बत कोई लगाव पे मरता है,
यह देश है उन दीवानों का, यहाँ हर बन्दा अपने वतन पे मरता है।

~ लुटेरा है अगर आजाद तो अपमान सबका है, लुटी है एक बेटी तो लुटा सम्मान सबका है,
बनो इंसान पहले छोड़ कर तुम बात मजहब की, लड़ो मिलकर दरिंदों से ये हिंदुस्तान सबका है।

~ ज़माने भर में मिलते हे आशिक कई, मगर वतन से खूबसूरत कोई सनम नहीं होता,
नोटों में भी लिपट कर, सोने में सिमटकर मरे हे कई, मगर तिरंगे से खूबसूरत कोई कफ़न नहीं होता।

~ ऐ मेरे वतन के लोगो तुम खूब लगा लो नारा, ये शुभ दिन है हम सब का लहराओ तिरंगा प्यारा,
पर मत भूलो सीमा पर वीरों ने प्राण गवाए, कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर ना आये।

~ अगर तुम चाहो तो इस आसमान को छू सकते हो, वीरता और समर्पण से जो देश की आजादी लाई।
मिटा दिए गए जो आरोप, दूर कर दी गई संकट, उन वीरों का आभार हम सदा करते हैं याद।

~ तीन रंग का नही वस्त्र, ये ध्वज देश की शान है, हर भारतीय के दिलो का स्वाभिमान है,
यही है गंगा, यही है हिमालय, यही हिन्द की जान है, और तीन रंगों में रंगा हुआ ये अपना हिन्दुस्तान है।

~ किसी गजरे की खुशबु को महकता छोड़ आया हूँ, मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ,
मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ, मैं अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ।

~ लुटेरा है अगर आजाद, तो अपमान सबका है, लुटी है एक बेटी, तो लुटा सम्मान सबका है,
बनो इंसान पहले छोड़ कर तुम बात मजहब की, लड़ो मिलकर दरिंदों से ये हिंदुस्तान सबका है।

~ मैं मर जाऊँ तो सिर्फ मेरी इतनी पहचान लिख देना, मेरे खून से मेरे माथे पर जन्म स्थान लिख देना,
कोई पूछे तुमसे स्वर्ग के बारे में तो, एक कागज के टुकड़े में हिन्दुस्तान लिख देना।

~ करता हूँ भारत माता से गुजारिश, हमेशा यही कि, तेरी भक्ति के सिवा कोई बंदगी कभी न मिले,
हर जन्म मिले हिन्दुस्तान की पावन धरती पर, या फिर कभी मुझे ज़िन्दगी ही न मिले।

~ मै भारतवर्ष का हरदम हरपल सम्मान करता हूँ, यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की, तिरंगा हो कफ़न मेरा, बस यही अरमान रखता हूँ।

~ जुनून नहीं इश्क हो तुम मेरा
तिरंगा नहीं शान हो तुम मेरी
मां नहीं जान हो तुम मेरी।

~ मेरा दिल मेरी धड़कन मेरी जान हो तुम
अब तो मेरे वजूद की पहचान हो तुम
ए मेरे भारत देश महान हो तुम महान हो तुम।

~ ना दे दौलत, ना दे शोहरत कोई शिकवा नहीं
बस भारत मां की संतान बना देना,
हो जाऊं शहीद तो बस तिरंगे में लिपटा देना।

~ ये देश से ही तो एक प्यार है, वर्ना यहाँ सब के बीच तकरार है,
इस देश के लिए हम मरने को भी तैयार है, एक बार मौका तो दे
फिर देख, ये देश द्रोही को वॉर के लिए ललकार है।

~ हर पत्ते पर तेरा नाम लिख दूंगा
जो आंख उठेगी तेरी तरफ
वो हर एक आंख को बंद कर दूंगा
देश के खातिर अपने आप को कुर्बान कर दूंगा।

देशभक्ति शायरी हमें हमारे राष्ट्र के महान गौरव और शौर्य का सम्मान करने का मौका देती है। यह शायरी हमें अपने देश के लिए एकजुट होने का प्रेरणा देती है और हमारे मन में राष्ट्रीगर्व के भाव जगाती है। शायरी के माध्यम से हम अपने जज्बातों को व्यक्त करके अन्यों के साथ साझा कर सकते हैं। इस ब्लॉग पोस्ट में हमने देशभक्ति शायरी का संग्रह किया है, जो विभिन्न विषयों पर आधारित है। यह शायरी आपको आपके राष्ट्रीय भावों की प्रोत्साहना देगी और आपके देशप्रेम को नई ऊचाईयों तक ले जाएगी।

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