Hindi online jankari ke manch par Swami Vivekananda Thoughts In Hindi, Swami Vivekananda Quotes In Hindi, Motivational Quotes Of Swami Vivekananda In Hindi, Famous Quotes Of Swami Vivekananda In Hindi, Swami Vivekananda Motivational Quotes, Swami Vivekananda Inspirational Quotes, स्वामी विवेकानंद के विचार image, स्वामी विवेकानंद के अनमोल वचन padhne ke liye aapka swagat hai.
स्वामी विवेकानंद के विचार आज के इस आधुनिक युग में प्रेरणा का एक ऐसा स्त्रोत हैं जो निराशा से भरे जीवन में आशा की एक नदी बहाते हैं। उनके ओजस्वी भाषण, उनके द्वारा दिए गए प्रेरणादाई उपदेश जीवन में आगे बढ़ने के लिए और जीवन में सफलता हासिल करने में सहायता प्रदान करते हैं।
भारत के महान विचारकों में से एक हैं स्वामी विवेकानंद जी।
स्वामी विवेकानंद जी वेदों – उपनिषदों के महान ज्ञाता और एक प्रखर वक्ता रहे हैं। उनका सनातन धर्म और संस्कृति के प्रचार प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने विश्वभर में वेदांत दर्शन का प्रसार किया और पूरे विश्व को सनातन धर्म और संस्कृति से परिचित कराया। ये स्वामी जी की शिक्षा का ही असर था कि भारत की गुलामी के समय में लोगों के अंदर राष्ट्रवाद की भावना को बल मिला और इस भावना ने ही लोगों में एकता स्थापित की। जिसने गुलामी की जंजीरों को तोड़कर भारत की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। स्वामी विवेकानंद जी ने कर्म योग, राज योग, ज्ञान योग, भक्ति योग जैसी किताबों के अपने विचारों को हम तक पहुंचाया है।
आज भी स्वामी विवेकानंद के विचार और कर्म युवाओं के प्रेरणास्त्रोत बने हुए हैं और हमेशा बने रहेंगे एवं युवाओं को ऊर्जा देते रहेंगे। स्वामी जी भी मानते थे कि अगर युवाओं की ऊर्जा को सही दिशा प्रदान की जाए तो राष्ट्र के विकास को नए आयाम तक ले जाया जा सकता है। आज का युवा जीवन में चारों ओर से निराशाओं से घिरा हुआ है ऐसे में स्वामी विवेकानंद के विचार ही उसको कर्म करने के लिए उत्साहित कर सकते हैं। स्वामी विवेकानंद के विचार युवाओं के लिए एक गुरु की भांति तथा एक पथप्रदर्शक के रूप में हमेशा उनके साथ रहते हैं। और उन्हें महान कार्य करने के लिए प्रेरित करते हैं।
इसीलिए विश्व के हर मनुष्य को स्वामी विवेकानंद के विचारों को अपने जीवन में आत्मसात् करना चाहिए तथा एक कर्मठ और ओजस्वी मनुष्य की भांति जीवन व्यतीत करना चाहिए।
Swami Vivekananda Books -:
Swami Vivekananda quotes in hindi, swami vivekananda thoughts in hindi स्वामी विवेकानंद के उन्हीं महान विचारों में से कुछ विचार यहां प्रस्तुत किए गए हैं कृपया इन अच्छे विचारों को पढ़े और अपने जीवन में आत्मसात् करें।
Famous Swami Vivekananda Quotes In Hindi स्वामी विवेकानंद के विचार -:

••• मन की एकाग्रता ही समग्र ज्ञान है।
••• बल ही जीवन है और दुर्बलता मृत्यु।
••• मौन, क्रोध की सर्वोत्तम चिकित्सा है।
••• दिल और दिमाग के टकराव में दिल की सुनो।
••• खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है।
••• चिंतन करो, चिंता नहीं; नए विचारों को जन्म दो।

••• ज्ञान का प्रकाश सभी अंधेरों को खत्म कर देता है।
••• भय और अपूर्ण वासना ही समस्त दुःखों का मूल है।
••• शिक्षा व्यक्ति में अंतर्निहित पूर्णता की अभिव्यक्ति है।
••• वह नास्तिक है, जो अपने आप में विश्वास नहीं रखता।
••• जितना बड़ा संघर्ष होगा, जीत उतनी ही शानदार होगी।
••• सत्य को स्वीकार करना जीवन का सबसे बड़ा पुरुषार्थ है।
••• समस्त प्रकृति आत्मा के लिए है, आत्मा प्रकृति के लिए नहीं।

••• पवित्रता, धैर्य और उद्यम – ये तीनों गुण मैं एक साथ चाहता हूं।
••• आकांक्षा, अज्ञानता और असमानता – यह बंधन की त्रिमूर्तियां हैं।
••• हम जो बोते हैं वो काटते हैं। हम स्वयं अपने भाग्य के निर्माता हैं।
••• मेहनत से जीवन की हर मुश्किल से बाहर निकला जा सकता है।
••• हिन्दू संस्कृति आध्यात्मिकता की अमर आधारशिला पर स्थित है।
••• ज्ञान स्वयं में वर्तमान है, मनुष्य केवल उसका आविष्कार करता है।

••• अगर स्वाद की इंद्रिय को ढील दी, तो सभी इन्द्रियां बेलगाम दौड़ेगी।
••• जिसके साथ श्रेष्ठ विचार रहते हैं, वह कभी भी अकेला नहीं रह सकता।
••• मध्य युग में चोर डाकू अधिक थे अब छल कपट करने वाले अधिक है।
••• उस ज्ञान उपार्जन का कोई लाभ नहीं जिसमे समाज का कल्याण न हो।
••• अनुभव ही आपका सर्वोत्तम शिक्षक है। जब तक जीवन है सीखते रहो।
••• जब तक जीना, तब तक सीखना, अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक है।

••• उठो, जागो और जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाये तब तक मत रुको।
••• वो मजबूत आदमी है। जो कहता है कि मैं अपनी किस्मत स्वयं बनाऊंगा।
••• जीवन का रहस्य केवल आनंद नहीं बल्कि अनुभव के माध्यम से सीखना है।
Motivational Quotes Of Swami Vivekananda In Hindi -:

••• संभव की सीमा जानने का एक ही तरीका है, असंभव से भी आगे निकल जाना।
••• जो अग्नि हमें गर्मी देती है, हमें नष्ट भी कर सकती है। यह अग्नि का दोष नहीं है।
••• सच को कहने के हजारों तरीके हो सकते हैं और फिर भी सच तो वही रहता है।
••• हर काम को तीन अवस्थाओं से गुज़रना होता है – उपहास, विरोध और स्वीकृति।
••• वह आदमी अमरत्व तक पहुंच गया है जो किसी भी चीज़ से विचलित नहीं होता है।

••• दुनिया एक महान व्यायामशाला है, जहाँ हम खुद को मजबूत बनाने के लिए आते हैं।
••• शिक्षा का अर्थ है उस पूर्णता को व्यक्त करना जो सब मनुष्यों में पहले से विद्यमान है।
••• जीवन में संबंध होना बहुत जरूरी है। पर उससे भी जरूरी है उन संबंधों में जीवन होना।
••• जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते तब तक आप ईश्वर पर विश्वास नहीं कर सकते।
••• मस्तिष्क की शक्तियां सूर्य की किरणों के समान हैं। जब वो केन्द्रित होती हैं, चमक उठती हैं।
••• संगति आप को ऊंचा उठा भी सकती है और यह आप की ऊंचाई को खत्म भी कर सकती है।
••• एक पुस्तकालय महान व्यायामशाला है जहाँ हम अपने मन को मजबूत बनाने के लिए जाते हैं।

••• शक्ति जीवन है, निर्बलता मृत्यु है। विस्तार जीवन है, संकुचन मृत्यु है। प्रेम जीवन है, द्वेष मृत्यु है।
••• पवित्रता, धैर्य और दृढ़ता ये तीनों सफलता के लिए आवश्यक है लेकिन इन सबसे ऊपर प्यार है।
••• तुम अपनी मंजिल को तो रातों-रात नहीं बदल सकते परंतु अपनी दिशा को रातों रात बदल सकते हैं।
••• केवल उन्हीं का जीवन, जीवन है जो दूसरों के लिए जीते हैं। अन्य सब तो जीवित होने से अधिक मृत हैं।
••• जो कुछ भी तुमको कमजोर बनाता है – शारीरिक, बौद्धिक या मानसिक। उसे जहर की तरह त्याग दो।
••• किसी चीज से डरो मत। तुम अद्भुत काम करोगे। यह निर्भयता ही है जो क्षण भर में परम आनंद लाती है।
••• मनुष्य जितना अपने अंदर से करुणा, दयालुता और प्रेम से भरा होगा, वह संसार को भी उसी तरह पायेगा।

••• यदि परिस्थितियों पर आपकी मजबूत पकड़ है तो जहर उगलने वाला भी आपका कुछ नही बिगाड़ सकता।
••• हमें हमारे विचार ही बनाते हैं। इसलिए शब्दों पर नहीं अपनी सोच पर ध्यान दें। विचार हमेशा जिंदा रहते हैं।
••• दिन-रात अपने मस्तिष्क को, उच्चकोटि के विचारो से भरो। जो फल प्राप्त होगा वह निश्चित ही अनोखा होगा।
••• इच्छा का समुद्र हमेशा अतृप्त रहता है । उसकी माँगे ज्यों-ज्यों पूरी की जाती है, त्यों-त्यों और गर्जन करता है।
••• दिन में कम से कम एक बार खुद से बात जरूर करें वरना आप दुनिया के बेहतरीन इंसान से नहीं मिल पाएंगे।
••• जितना हम दूसरों के साथ अच्छा करते हैं उतना ही हमारा हृदय पवित्र हो जाता है और भगवान उसमें बसता है।
••• हम भगवान को खोजने कहां जा सकते हैं अगर उनको अपने दिल और हर एक जीवित प्राणी में नहीं देख सकते।
Read More -:
- Famous Motivational Quotes in Hindi
- Powerful Inspirational Quotes In Hindi
- UPSC Motivational Quotes In Hindi
- भगवान श्री कृष्ण के विचार
Swami Vivekananda Motivational Quotes -:

••• दिन में कम से कम एक बार खुद से जरूर बात करें अन्यथा आप एक उत्कृष्ट व्यक्ति के साथ एक बैठक गँवा देंगे।
••• किसी दिन, जब आपके सामने कोई समस्या ना आये, आप सुनिश्चित हो सकते हैं कि आप गलत मार्ग पर चल रहे हैं।
••• जिसने ने भी किसी का साथ ढूंढा समझ लो उससे सफलता पीछे छूट गई। क्योंकि भीड़ कभी शिखर पर नहीं पहुंचती।
••• एक समय में एक काम करो, और ऐसा करते समय अपनी पूरी आत्मा उसमे डाल दो और बाकी सब कुछ भूल जाओ।
••• जो सत्य है, उसे साहसपूर्वक निर्भीक होकर लोगों से कहो। उससे किसी को कष्ट होता है या नहीं, इस पर ध्यान मत दो।
••• कुछ मत पूछो, बदले में कुछ मत मांगो। जो देना है वो दो, वो तुम तक वापस आएगा। परन्तु उसके बारे में अभी मत सोचो।
••• जीने के साथ लगातार सीखते भी जाना चाहिए इस भरोसे पर नहीं रहना चाहिए कि उम्र अपने साथ बुद्धि भी लेकर आएगी।
••• मुझे इस बात का विश्वास नहीं है कि वह भगवान जो मुझे यहाँ रोटी नहीं दे सकता वही मुझे स्वर्ग में अनंत खुशी दे सकता है।
••• हम जितना ज्यादा बाहर जायें और दूसरों का भला करें, हमारा हृदय उतना ही ज्यादा शुद्ध होगा और परमात्मा उसमें बसेंगे।

••• जिस समय जिस काम के लिए प्रतिज्ञा करो, ठीक उसी समय पर उसे करना ही चाहिये, नहीं तो लोगो का विश्वास उठ जाता है।
••• हे महाऋषियों! आप ठीक ही कहते थे। जो किसी व्यक्ति विशेष के आश्रय रहता है। वह सत्य रूपी प्रभु की सेवा नहीं कर सकता।
••• कर्म योग का रहस्य है कि बिना किसी फल की इच्छा के कर्म करना है, यह भगवान कृष्ण द्वारा श्रीमद्भगवद्गीता में बताया गया है।
••• हमे ऐसी शिक्षा चाहिए जिससे चरित्र का निर्माण हो, मन की शक्ति बढ़े, बुद्धि का विकास हो और मनुष्य अपने पैर पर खड़ा हो सके।
••• जब लोग तुम्हे गाली दें तो तुम उन्हें आशीर्वाद दो। सोचो, कि तुम्हारे झूठे दंभ को बाहर निकालकर वो तुम्हारी कितनी मदद कर रहे हैं।
••• हम हमेशा अपनी कमज़ोरी को अपनी शक्ति बताने की कोशिश करते हैं,अपनी भावुकता को प्रेम कहते हैं और अपनी कायरता को धैर्य।
••• तुच्छ वस्तुओं के लिए कभी प्रार्थना ना करें। यदि आप केवल शारीरिक आराम की ही आकांक्षा करते हो तो पशु और मनुष्य में क्या अंतर है।

••• धर्म ही हमारे राष्ट्र की जीवन शक्ति है। यह शक्ति जब तक सुरक्षित है, तब तक विश्व की कोई भी शक्ति हमारे राष्ट्र को नष्ट नहीं कर सकती।
••• पढ़ने के लिए जरूरी है एकाग्रता। एकाग्रता के लिए जरूरी है ध्यान। ध्यान से ही हम इन्द्रियों पर संयम रखकर एकाग्रता प्राप्त कर सकते है।
••• यदि हमें गौरव से जीने का भाव जगाना है, अपने अंतर्मन में राष्ट्रभक्ति के बीज को पल्लवित करना है तो राष्ट्रीय तिथियों का आश्रय लेना होगा।
••• जो आपकी मदद कर रहा है उन्हें न भूलें। जो आपको प्यार कर रहे हैं उनसे नफरत न करें। जो आप पर विश्वास कर रहे हैं उन्हें धोखा ना दें।
••• जब तक मनुष्य के जीवन में सुख – दुख नहीं आएगा तब तक मनुष्य को यह एहसास कैसे होगा कि जीवन में क्या सही है? और क्या गलत है?
Read More -:
- ब्रह्माकुमारी शिवानी के विचार
- सद्गुरू जग्गी वासुदेव के विचार
- महर्षि दयानंद सरस्वती के विचार
- अटल बिहारी वाजपेयी के विचार
- वीर सावरकर के विचार
Swami Vivekananda Inspirational Quotes -:

••• आप जोखिम लेने से भयभीत न हो। यदि आप जीतते हैं तो आप नेतृत्व कर सकते हैं। यदि हारते हैं तो आप दूसरों का मार्गदर्शन कर सकते हैं।
••• धर्म कल्पना की चीज नहीं है, प्रत्यक्ष दर्शन की चीज है। जिसने एक भी महान आत्मा के दर्शन कर लिए वह अनेक पुस्तकी पंडितों से बढ़कर है।
••• मनु ने सन्यासियों के लिए कहा है कि अकेले रहो और अकेले चलो। सारा संसार बच्चे का खेल मात्र है। – प्रचार करना, शिक्षा देना तथा सभी कुछ।

••• लोग तुम्हारी स्तुति करें या निन्दा, लक्ष्य तुम्हारे ऊपर कृपालु हो या न हो, तुम्हारा देहांत आज हो या युग में, परंतु तुम न्यायपथ से कभी भ्रष्ट न होना।
••• अनेक देशों में भ्रमण करने के पश्चात् मैं इस निष्कर्ष पर पहुँचा हूँ कि संगठन के बिना संसार में कोई भी महान एवं स्थाई कार्य नहीं किया जा सकता।
••• दुनिया में अधिकांश लोग इसलिए असफल हो जाते हैं क्योंकि विपरीत परिस्थितियां आने पर उनका साहस टूट जाता है और वह भयभीत हो जाते हैं।
••• जिस क्षण मैंने ईश्वर को हर इंसान में बैठे महसूस किया है, उसी क्षण से में हर इंसान के सामने सम्मान से खड़ा होता हूँ और उनमे ईश्वर को देखता हूँ।
••• यदि अच्छी चीजें आएं तो उनका स्वागत है। यदि वो जाती हैं तो भी उनका स्वागत है। जाने दो! जब वह आती है, तो भी धन्य है जब जाती हैं तो भी धन्य है।

••• अभय हो! अपने अस्तित्व के कारक तत्व को समझो, उस पर विश्वास करो। भारत की चेतना उंसकी संस्कृति है। अभय होकर इस संस्कृति का प्रचार करो।
••• हम वो हैं जो हमें हमारी सोच ने बनाया है, इसलिए इस बात का ध्यान रखिये कि आप क्या सोचते हैं। शब्द गौण हैं, विचार रहते हैं, वे दूर तक यात्रा करते हैं।
••• हमारे विचार चीजों को खूबसूरत या बदसूरत बनाते हैं। सारी दुनिया हमारे मन में ही है। इसलिए चीजों को नई रोशनी में सकारात्मकता से देखना सीखें।
••• यदि संसार में कहीं कोई पाप है तो वह है दुर्बलता। हमें हर प्रकार की कमजोरी या दुर्बलता को दूर करना चाहिए। दुर्बलता पाप है, दुर्बलता मृत्यु के समान है।
••• नेतृत्व करते समय सबके दास हो जाओ। निस्वार्थ हो और कभी एक दोस्त को पीठ पीछे दूसरे की निंदा करते मत सुनो। अनंतत: सफलता तुम्हारे हाथ लगेगी।
••• हमारे व्यक्तित्व की उत्पत्ति हमारे विचारों में है, इसलिए ध्यान रखें कि आप क्या विचारते हैं, शब्द गौण हैं विचार मुख्य हैं, और उनका असर दूर तक होता है।
••• मनुष्य जाति को इस प्रकार पुकारना है कि जागो, उठो और धैर्य की उपलब्धि के बिना रुको नहीं। यही एकमात्र कर्म है। त्याग ही धर्म का सार है और कुछ नहीं।
••• क्या तुम नहीं अनुभव करते कि दूसरों के ऊपर निर्भर रहना बुद्धिमानी नहीं हैं। बुद्धिमान व्यक्ति को अपने ही पैरों पर दृढतापूर्वक खड़ा होकर कार्य करना चहिए।
Read More -:
Famous Quotes Of Swami Vivekananda In Hindi -:

••• जिस तरह से विभिन्न स्रोतों से उत्पन्न धाराएँ अपना जल समुद्र में मिला देती हैं। उसी प्रकार मनुष्य द्वारा चुना हर मार्ग, चाहे अच्छा हो या बुरा, भगवान तक जाता है।
••• जिस शिक्षा से हम अपना जीवन निर्माण कर सके, मनुष्य बन सके ,चरित्र गठन कर सके और विचारों की सामंजस्य कर सकें। वही वास्तव में शिक्षा कहलाने योग्य है।
••• कभी मत सोचिये कि आत्मा के लिए कुछ असंभव है। ऐसा सोचना सबसे बड़ा अधर्म है। अगर कोई पाप है, तो वो यही है; ये कहना कि तुम निर्बल हो या अन्य निर्बल हैं।
••• अगर धन दूसरों की भलाई करने में मदद करे, तो इसका कुछ मूल्य है, अन्यथा, ये सिर्फ बुराई का एक ढेर है, और इससे जितना जल्दी छुटकारा मिल जाये उतना बेहतर है।
••• अच्छे अभिप्राय, निष्कपटता और अनंत प्रेम विश्व को जीत सकते हैं। इन गुणों से युक्त एक आत्मा लाखों पाखंडियों और पाशविकों की काली योजनाओं को नष्ट कर सकती है।
••• यदि स्वयं में विश्वास करना और अधिक विस्तार से पढाया और अभ्यास कराया गया होता, तो मुझे यकीन है कि बुराइयों और दुःख का एक बहुत बड़ा हिस्सा गायब हो गया होता।

••• जब तक करोड़ों लोग भूखे और अज्ञानी रहेंगे, मैं उस प्रत्येक व्यक्ति को विश्वासघाती मानूंगा जो उनकी कीमत पर शिक्षित हुआ है और उनकी ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं देता है।
••• यह मत भूलो कि बुरे विचार और बुरे कार्य तुम्हें पतन की और ले जाते हैं । इसी तरह अच्छे कर्म व अच्छे विचार लाखों देवदूतों की तरह अनंतकाल तक तुम्हारी रक्षा के लिए तत्पर हैं।
••• कोई व्यक्ति कितना ही महान क्यों न हो, आँखें मूंदकर उसके पीछे न चलिए। यदि ईश्वर की ऐसी ही मंशा होती तो वह हर प्राणी को आँख, नाक, कान, मुँह, मस्तिष्क आदि क्यों देता…?

••• उठो मेरे शेरो, इस भ्रम को मिटा दो कि तुम निर्बल हो। तुम एक अमर आत्मा हो, स्वच्छंद जीव हो, धन्य हो, सनातन हो। तुम तत्व नहीं हो, तत्व तुम्हारा सेवक है तुम तत्व के सेवक नहीं हो।
••• आप अपने को जैसा सोचेंगे, आप वैसे ही बन जाएंगे। यदि आप स्वयं को कमजोर मानते हैं तो आप कमजोर ही होंगे। और यदि आप स्वयं को मजबूत सोचते हैं तो आप मजबूत हो जाएंगे।
••• यही दुनिया है; यदि तुम किसी का उपकार करो, तो लोग उसे कोई महत्व नहीं देंगे। किन्तु ज्यों ही तुम उस कार्य को बंद कर दोगे, वे तुरन्त तुम्हें बदमाश प्रमाणित करने में नहीं हिचकिचायेंगे।
••• भिखारियों को लूट कर या चीटियों का शिकार करके क्या लाभ हो सकता है। अतः यदि प्रेम करना है तो ईश्वर से करो इन सांसारिक वस्तुओं की परवाह कौन करता है। यह संसार मिथ्या है।
••• मनुष्य के चरित्र का नियमन करने वाली 2 चीजें होती हैं – बल और दया। बल का प्रयोग सदैव हम सभी शक्तियां और सुविधाओं और स्वास्थ्य उपयोग करने के लिए करते हैं। दया दैवीय संपत्ति है।
••• जब कभी भारत के सच्चे इतिहास का पता लगाया जायेगा। तब यह संदेश प्रमाणित होगा कि धर्म के समान ही विज्ञान, संगीत, साहित्य, गणित, कला आदि में भी भारत समग्र संसार का आदि गुरु रहा है।
••• मनुष्य जैसे जैसे उन्नति करता है। विवेक और प्रेम उसके जीवन के आदर्श बनते जाते हैं। उसकी इन बातों का जैसे जैसे विकास होता है वैसे ही उसके इंद्रिय विषयों में आनंद करने की शक्ति क्षीण होती जाती है।
••• किसी की निंदा ना करें। अगर आप मदद के लिए हाथ बढ़ा सकते हैं, तो ज़रुर बढाएं। अगर नहीं बढ़ा सकते, तो अपने हाथ जोड़िये, अपने भाइयों को आशीर्वाद दीजिये, और उन्हें उनके मार्ग पे जाने दीजिये।
••• कानून मकड़जाल की तरह होता है। जब कोई कमजोर और बीमार फंसता है तो मारा जाता है। जबकि शक्तिशाली और बलवान जाल तोड़कर भाग जाता है। कानून मौत की तरह होना चाहिए जो किसी को ना बक्शे।
••• तुम्हें कोई पढ़ा नहीं सकता, कोई आध्यात्मिक नहीं बना सकता। तुमको सब कुछ खुद अंदर से सीखना है। आत्मा से अच्छा कोई शिक्षक नही है। आपकी अपनी आत्मा के अलावा कोई दूसरा आध्यात्मिक गुरु नहीं है।
स्वामी विवेकानंद के अनमोल वचन, Swami Vivekananda Thoughts In Hindi -:

••• एक रास्ता खोजो। उस पर विचार करो। विचार को जीवन बना लो। उसके बारे में सोचो। सपना देखो, जियो। मस्तिष्क, मांसपेशियों, शरीर के प्रत्येक भाग को उस विचार से भर दो। सफलता का यही रास्ता है।
••• सौंदर्य और यौवन का नाश हो जाता है। जीवन और धन का नाश हो जाता है। नाम और यश का विनाश हो जाता है। पर्वत भी चूर चूर होकर मिट्टी हो जाते हैं। मित्रता और प्रेम ही नश्वर है। एक मात्र सत्य ही चिरस्थाई है।
••• तुम मुझे पसंद करो या मुझसे नफरत, दोनो ही मेरे पक्ष में हैं। क्योंकि अगर तुम मुझको पसंद करते हो तो मैं आपके दिल में हूँ और अगर तुम मुझ से नफरत करते हो तो मैं आपके दिमाग में हूं। पर रहूंगा आप के पास ही।
••• बाहर की दुनिया बिलकुल वैसी है, जैसा कि हम अंदर से सोचते हैं। हमारे विचार ही चीजों को सुंदर और बदसूरत बनाते हैं। पूरा संसार हमारे अंदर समाया हुआ है, बस जरूरत है चीजों को सही रोशनी में रखकर देखने की।
••• जहां दुर्बलता और जड़ता है, वहां क्षमा का कोई मूल्य नहीं, वहां युद्ध ही श्रेयस्कर है। जब तुम यह समझो कि सरलता से तुम विजय प्राप्त कर सकते हो, तभी क्षमा करना। संसार युद्ध क्षेत्र है। युद्ध करके ही अपना मार्ग साफ करो। (Swami Vivekananda Quotes In Hindi)
••• यह देश धर्म, दर्शन और प्रेम की जन्मभूमि है। ये सब चीजें अभी भी भारत में विद्यमान है। मुझे इस दुनिया की जो जानकारी है, उसके बल पर दृढतापूर्वक कह सकता हूं कि इन बातों में भारत अन्य देशों की अपेक्षा अब भी श्रेष्ठ है।
••• लगातार श्रम करना ही आपकी सफलता का साथी है, इसलिए श्रम को सकारात्मक बनाएं विनाशक नहीं। श्रम एक अपराधी भी करता है, लेकिन उसका लक्ष्य सिर्फ किसी को नुकसान पहुंचाना या फिर किसी की जान लेना ही होता है।
••• शिक्षा क्या है ? क्या वह पुस्तक-विद्या है ? नहीं। क्या वह नाना प्रकार का ज्ञान है ? नहीं, यह भी नहीं। जिस संयम के द्वारा इच्छाशक्ति का प्रवाह और विकास वश में लाया जाता है और वह फलदायक होता है, वह शिक्षा कहलाती है।
••• मुझे गर्व है कि मैं एक ऐसे धर्म से हूं, जिसने दुनिया को सहनशीलता और सार्वभौमिक स्वीकृति का पाठ पढ़ाया है। हम सिर्फ सार्वभौमिक सहनशीलता में ही विश्वास नहीं रखते, बल्कि हम विश्व के सभी धर्मों को सत्य के रूप में स्वीकार करते हैं। (Swami Vivekananda Quotes In Hindi)
••• हम में से प्रत्येक को यही विश्वास रखना चाहिए कि संसार के अन्य सभी लोगों ने अपना कार्य संपन्न कर डाला है। एकमात्र मेरा ही कार्य शेष है और जब मैं अपना कार्यभार पूरा करूंगा। तभी संसार संपूर्ण होगा हमें अपने सिर पर यही दायित्व लेना है। (Swami Vivekananda Quotes In Hindi)
••• वेदान्त कोई पाप नहीं जानता, वो केवल त्रुटी जानता है। वेदान्त कहता है कि सबसे बड़ी त्रुटी यह कहना है कि तुम कमजोर हो, तुम पापी हो, तुम एक तुच्छ प्राणी हो, तुम्हारे पास कोई शक्ति नहीं है, तुम ये नहीं कर सकते और तुम वो नहीं कर सकते। (Swami Vivekananda Quotes In Hindi)
••• प्रेम विस्तार है, स्वार्थ संकुचन है। इसलिए प्रेम जीवन का सिद्धांत है। वह जो प्रेम करता है जीता है। वह जो स्वार्थी है मर रहा है। इसलिए प्रेम के लिए प्रेम करो, क्योंकि जीने का यही एक मात्र सिद्धांत है। वैसे ही जैसे कि तुम जीने के लिए सांस लेते हो। (Swami Vivekananda Quotes In Hindi)
••• पीड़ितों की सेवा के लिए आवश्यकता पड़ने पर हम अपने मठ की भूमि तक भी बेच देंगे। हजारों असहाय नर नारी हमारे नेत्रों के सामने कष्ट भोगते रहें और हम मठ में रहें, यह असम्भव है। हम सन्यासी हैं,वृक्षों के नीचे निवास करेंगे और भिक्षा मांगकर जीवित रह लेंगे। (Swami Vivekananda Quotes In Hindi)
••• हमारी उंगली में एक कांटा चुभ जाए तो उसे निकालने के लिए हम दूसरा कांटा काम में लाते हैं। लेकिन जब निकल जाता है तो हम दोनों को ही फेंक देते हैं। फिर हमें दूसरे कांटे को रखने की कोई आवश्यकता नहीं रह जाती है इसी प्रकार कुसंस्कारों का नाश शुभ संस्कारों द्वारा करना चाहिए। (Swami Vivekananda Quotes In Hindi)
••• अपनी वर्तमान अवस्था के जिम्मेदार हम ही हैं, और जो कुछ भी हम होना चाहते हैं, उसकी शक्ति भी हमीं में है। यदि हमारी वर्तमान अवस्था हमारे ही पूर्व कर्मों का फल है, तो यह निश्चित है कि जो कुछ हम भविष्य में होना चाहते हैं, वह हमारे वर्तमान कार्यों द्वारा ही निर्धारित किया जा सकता है। (Swami Vivekananda Quotes In Hindi)
••• सत्य, प्राचीन अथवा आधुनिक किसी समाज का सम्मान नहीं करता। समाज को ही सत्य का सम्मान करना पड़ेगा, अन्यथा समाज का विनाश हो जाएगा। सत्य ही हमारे सारे प्राणियों और समाजों का मूल आधार है, अतः सत्य कभी भी समाज के अनुसार अपना गठन नहीं करेगा। वही समाज सब से श्रेष्ठ है, जहाँ सभी सत्यों को कार्य में परिवर्तित किया जा सकता है – यही मेरा मत है। और यदि समाज इस समय उच्चतम सत्यों को स्थान देने में समर्थ नहीं है, तो उसे इस योग्य बनाओ। और जितना शीघ्र तुम ऐसा कर सको, उतना ही अच्छा।
Thank You For Reading Swami Vivekananda Thoughts In Hindi, Swami Vivekananda Quotes In Hindi, Motivational Quotes Of Swami Vivekananda In Hindi, Swami Vivekananda Motivational Quotes, Swami Vivekananda Inspirational Quotes, स्वामी विवेकानंद के विचार, स्वामी विवेकानंद के अनमोल वचन, Famous Quotes Of Swami Vivekananda In Hindi.
अन्य सुविचार लेख -:
- आचार्य चाणक्य जी
- भगवान गौतम बुद्ध जी
- सरदार वल्लभ भाई पटेल जी
- लाल बहादुर शास्त्री जी
- डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम जी
- जवाहरलाल नेहरु जी
- इंदिरा गांधी जी
- नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी
- परमहंस योगानंद जी
- नरेंद्र मोदी जी
Please do follow -: Telegram Channel
yaha par bahut hi achha achha quotes share kiya jata hai
Thank you bhai rona agya
Thank you.