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50 + Famous Dr. Sarvepalli Radhakrishnan Quotes In Hindi

हिन्दी ऑनलाइन जानकारी के मंच पर पर आज हम पढ़ेंगे Famous Dr. Sarvepalli Radhakrishnan Quotes In Hindi, Dr. Sarvepalli Radhakrishnan Thoughts in hindi, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के अनमोल वचन, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के विचार।

Dr. Sarvepalli Radhakrishnan Quotes in Hindi, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के विचार -:

~ धर्म व्यवहार है सिर्फ विश्वास नहीं।

~ आध्यात्मिक जीवन भारत की प्रतिभा है।

~ ज्ञान हमें शक्ति देता है, प्रेम हमें परिपूर्णता देता है।

~ कवि के धर्म में किसी सिद्धांत के लिए कोई जगह नहीं है।

~ धर्म डर पर जीत है और असफलता तथा मौत का विनाशक है।

~ जीवन का सबसे बड़ा उपहार एक महान जीवन का सपना है।

~ आत्मा वो है जो तब भी रहती है जब सबकुछ नष्ट हो जाता है।

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~ सच्चा गुरु वो है जो हमें खुद के बारे में सोचने में मदद करता है।

~ धन, शक्ति व दक्षता केवल जीवन के साधन हैं यह जीवन नहीं है।

~ पवित्र आत्मा वाले लोग इतिहास के बाहर खड़े हो कर भी इतिहास रच देते हैं।

~ जब हम ये सोचते हैं कि हम सब जानते हैं तब हमारा सीखना बंद हो जाता है।

~ संस्कृत साहित्य एक अर्थ में राष्ट्रीय है किन्तु इसका उद्देश्य सार्वभौमिक रहा है।

~ तकनीकी ज्ञान के अलावा हमें आत्मा की महानता को प्राप्त करना भी जरूरी है।

~ सहिष्णुता वो श्रद्धांजलि है जो सीमित मन असीमित मन की असीमता को देता है।

~ हर्ष और आनंद से परिपूर्ण जीवन केवल ज्ञान और विज्ञान के आधार पर संभव है।

~ मृत्यु कभी भी एक अंत या बाधा नहीं है बल्कि यह एक नए कदम की शुरुआत है।

Dr. Sarvepalli Radhakrishnan Thoughts in hindi -:

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sarvepalli radhakrishnan thoughts in hindi, सर्वपल्ली राधाकृष्णन के अनमोल वचन

~ किताबें पढ़ने से हमें एकांत में विचार करने की आदत और सच्चा आनंद मिलता है।

~ जीवन को एक बुराई के रूप में देखना और दुनिया को एक भ्रम मानना तुच्छ सोच है।

~ कोई भी आजादी तब तक सच्ची नहीं होती जब तक उसे विचार की आजादी प्राप्त न हो।

~ मानवीय जीवन जैसा हम जीते हैं वो महज हम जैसा जीवन जी सकते हैं उसक कच्चा रूप है।

~ किसी भी धार्मिक विश्वास या राजनीतिक सिद्धांत को सत्य की खोज में बाधा नहीं देनी चाहिए।

~ देश लोगों की तरह सिर्फ जो हासिल किया उससे नहीं बल्कि जो छोड़ा उससे भी निर्मित होता है।

~ पुस्तकें वह माध्यम हैं, जिनके जरिये विभिन्न संस्कृतियों के बीच पुल का निर्माण किया जा सकता है।

~ लोकतंत्र सिर्फ विशेष लोगों के नहीं बल्कि हर एक मनुष्य की आध्यात्मिक संभावनाओं पर विश्वास है।

~ ऐसा कहा जाता है कि धर्म के बिना आदमी उस घोड़े की तरह है जिसमे पकड़ने के लिए लगाम न हो।

~ सच्चा धर्म एक क्रांतिकारी ताकत है, यह उत्पीड़न, विशेषाधिकार और अन्याय का एक प्रमुख दुश्मन है।

~ मानव की प्रकृति स्वभाविक रूप से अच्छी है और आत्मज्ञान का प्रयास सभी बुराईयों को ख़त्म कर देगा।

~ कला मानवीय आत्मा की गहरी परतों को उजागर करती है। कला तभी संभव है जब स्वर्ग धरती को छुएं।

~ एक साहित्यिक प्रतिभा, कहा जाता है कि हर एक की तरह दिखती है, लेकिन उस जैसा कोई नहीं दिखता।

~ अच्छा टीचर वो है, जो ताउम्र सीखता रहता है और अपने छात्रों से सीखने में भी कोई परहेज नहीं दिखाता।

~ शांति राजनीतिक या आर्थिक बदलाव से नहीं आ सकती बल्कि मानवीय स्वभाव में बदलाव से आ सकती है।

~ ऐसा बोला जाता है कि एक साहित्यिक प्रतिभा, सबको समान दिखती है पर उसके समान कोई नहीं दिखता है।

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के अनमोल वचन

~ दुनिया के सारे संगठन अप्रभावी हो जायेंगे यदि यह सत्य कि प्रेम द्वेष से शक्तिशाली होता है उन्हें प्रेरित नही करता।

~ हमें मानवता को उन नैतिक जड़ों तक वापस ले जाना चाहिए जहाँ से अनुशासन और आजादी दोनों का उद्गम शुरू हो।

~ मानव का दानव बनना उसकी हार है। मानव का महामानव बनना उसका चमत्कार है। मनुष्य का मानव बनना उसकी जीत है।

~ लोकतंत्र कुछ विशेषाधिकार रखने वाले व्यक्तियों का ही नहीं बल्कि हर एक मनुष्य की आध्यात्मिक संभावनाओं में एक विश्वास है।

~ सचमुच ऐसा कोई बुद्धिमान नहीं है जो स्वयं को दुनिया के कामकाज से अलग रख कर इसके संकट के प्रति असंवेदनशील रह सके।

~ शिक्षा का परिणाम एक मुक्त रचनात्मक व्यक्ति होना चाहिए जो ऐतिहासिक परिस्थितियों व प्राकृतिक आपदाओं के विरुद्ध लड़ सके।

~ मेरा जन्मदिन मनाने की बजाय अगर 5 सितम्बर शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जायेगा तो मैं अपने आप को गौरवान्वित अनुभव करूँगा।

~ कोई भी जो स्वयं को सांसारिक गतिविधियों से दूर रखता है और इसके संकटों के प्रति असंवेदनशील है वास्तव में बुद्धिमान नहीं हो सकता।

~ घोर पापी लोगो का भी भविष्य है। यहाँ तक कि सबसे महान संत का भी अतीत रहा है। कोई भी अच्छा या बुरा नहीं है जितना कि वो सोचता है।

~ शिक्षा के द्वारा ही मानव के मस्तिष्क का सदुपयोग किया जा सकता है। इसलिए संसार को एक ही इकाई मानकर शिक्षा का प्रबंधन करना चाहिए।

~ केवल निर्मल मन वाला व्यक्ति ही जीवन के आध्यात्मिक अर्थ को समझ सकता है। स्वयं के साथ ईमानदारी, आध्यात्मिक अखंडता की अनिवार्यता है।

~ राष्ट्र, व्यक्तियों की तरह है। इसका निर्माण केवल इससे नहीं होता है कि उन्होंने क्या हासिल किया बल्कि इससे होता है कि उन्होंने क्या त्याग किया है।

~ शिक्षक वह नहीं है जो छात्र के दिमाग में तथ्यों को जबरन ठूंसे बल्कि वास्तविक शिक्षक तो वह है जो उसे आने वाले कल की चुनौतियों के लिए तैयार करें।

~ हिन्दू धर्म सिर्फ एक आस्था नहीं है बल्कि यह तर्क और अन्दर से आने वाली आवाज़ का समागम है जिसे सिर्फ अनुभव किया जा सकता है परिभाषित नहीं।

~ भगवान हम सबके भीतर रहता है वह महसूस करता है व कष्ट सहता है और समय के साथ उसके गुण, ज्ञान, सौन्दर्य और प्रेम हममें से हर एक के अन्दर उजागर होंगे।

~ उम्र या युवावस्था का काल-क्रम से लेना-देना नहीं है। हम उतने ही नौजवान या बूढें हैं जितना हम महसूस करते हैं। हम अपने बारे में क्या सोचते हैं, यही मायने रखता है।

~ अपने पड़ोसी से खुद की तरह प्रेम करो क्योंकि तुम खुद अपने पड़ोसी हो। ये भ्रम है जो तुम्हे ये सोचने पर विवश करता है कि तुम्हारा पड़ोसी तुम्हारे अलावा कोई और है।

~ जिस तरह आत्मा किसी व्यक्ति की चेतन शक्तियों के पीछे की वास्तविकता है, उसी प्रकार परमात्मा इस ब्रह्माण्ड की समस्त गतिविधियों के पीछे का अनंत आधार है।

~ मेरी महत्त्वाकांक्षा सिर्फ इतिहास लिखने की नहीं है बल्कि मन की गति को समझने, उसे व्यक्त करने और भारत के स्रोतों को मानव प्रकृति की प्रगाढ़ सतह पर प्रकट करने की है।

~ ईश्वर की पूजा नहीं होती बल्कि उन लोगों की पूजा होती है जो उनके नाम पर बोलने का दावा करते हैं। पाप पवित्रता का उल्लंघन नहीं ऐसे लोगों की आज्ञा का उल्लंघन बन जाता है।

~ यह भारत की गहन आध्यात्मिकता है, न कि कोई महान राजनीतिक संरचना या सामाजिक संगठन। जिसका इसने निर्माण किया है। जो इसे समय के विध्वंस और इतिहास की दुर्घटनाओं को झेलने में सक्षम बनाता है।

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